ओलिंपिक क्वालिफायर से पहले अमित पंघल 52 किलो वर्ग में नंबर-1 मुक्केबाज बने, 11 साल बाद कोई भारतीय शीर्ष पर

खेल डेस्क. वर्ल्ड चैम्पियनशिप में सिल्वर जीतने वाले अमित पंघल (52 किलो) ओलिंपिक क्वालिफायर से पहले दुनिया के नंबर एक मुक्केबाज बन गए हैं। अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति (आईओसी) की बॉक्सिंग टास्क फोर्स ने गुरुवार को ताजा रैंकिंग जारी की। इसमें पंघल 420 अंकों के साथ अपने भार वर्ग में पहले स्थान पर हैं। फिलहाल यह टास्क फोर्स मुक्केबाजी का संचालन कर रहा है। क्योंकि कथित वित्तीय और प्रशासनिक अनियमितता के कारण अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (एआईबीए) निलंबित है। यही टास्क फोर्स ओलिंपिक क्वालिफायर के साथ ही टोक्यो में मुख्य स्पर्धा का संचालन करेगा। एशियाई ओलंपिक क्वालिफायर अगले महीने जॉर्डन के ओमान में होने हैं। 


24 साल के पंघल 11 साल बाद शीर्ष रैंकिंग हासिल करने वाले भारतीय बने हैं। उनसे पहले विजेंदर सिंह 2009 में 75 किलो भार वर्ग में नंबर-1 मुक्केबाज बने थे। तब उन्होंने वर्ल्ड चैम्पियनशिप में ब्रॉन्ज जीतने के साथ यह उपलब्धि हासिल की थी।


पंघल ने कहा- नंबर-1 होने से आत्मविश्वास बढ़ता है


पंघल अपनी इस कामयाबी पर काफी खुश हैं। उन्होंने न्यूज एजेंसी से कहा, ‘‘यह शानदार एहसास है और बेशक मेरे लिए काफी मायने रखता है, क्योंकि इससे मुझे क्वालिफायर में वरीयता हासिल करने में मदद मिलेगी। दुनिया का नंबर एक मुक्केबाज होने से आपका आत्मविश्वास भी बढ़ता है। मेरी कोशिश होगी कि पहले क्वालिफायर में ही ओलिंपिक में स्थान पक्का कर लूं।’’ पंघल पिछले दो सालों से अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने 2018 के कॉमनवेल्थ और एशियन गेम्स में गोल्ड जीता था। बीते साल वे वर्ल्ड चैम्पियनशिप में सिल्वर जीतने वाले पहले भारतीय बने थे। 


मैरीकॉम की प्रतिद्वंदी जरीन 22वें स्थान पर


महिलाओं की रैंकिंग में 6 बार की वर्ल्ड चैंपियन एमसी मेरीकॉम 51 किलो भार वर्ग में पांचवें स्थान पर हैं। पिछले साल ब्रॉन्ज समेत विश्व चैम्पियनशिप में आठ पदक जीतने वाली मेरीकॉम के 225 अंक हैं। वहीं, निकहत जरीन 75 अंक के साथ 22वें स्थान पर है। मैरीकॉम ने उन्हें दिल्ली में हुए फाइनल क्वालिफायर्स में हराया था।